विसर्ग सन्धि
यहाँ पर हम विसर्ग सन्धि का विस्तृत वर्णन कर रहे हैं - नोट - सन्धियों के बारे में पढ़ने से पूर्व प्रत्याहार ज्ञान आवश्यक है । क्योंकि नीचे प्रत्याहार प्रयोग किये गये हैं । विसर्ग सन्धि के ६ प्रकार हैं - १ विसर्ग सन्धि २ रूत्व सन्धि ३ उत्व सन्धि ( १ ) ४ उत्व सन्धि ( २ ) ५ सुलोप सन्धि ६ यत्व सन्धि १ विसर्ग सन्धि सूत्र - विसर्जनीयस्य स : । ८ । ३ । ३४ ॥ अर्थात् खर् के बाद में आने पर विसर्ग के स्थान पर सकार हो जाता है । उदाहरण - छात्र : + तिष्ठति = छात्रस्तिष्ठति गौ : + चरति = गौश्चरति क : + चित् = कश्चित् २ रूत्व सन्धि सूत्र - ससजुषो रू : । ८ । २ । ६६ ॥ पदान्तस्य सस्य सजुषश्च रू : स्यात् । अर्थात् पदान्त सकार और सजुष् के सकार के स्थान में रू ( र् ) हो जाता है । उदाहरण -